
चित्तौड़गढ़ : प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु जिला स्तरीय कृषि समिति की बैठक सम्पन्न
चित्तौड़गढ़। जिला स्तरीय कृषि समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में समिति के समस्त सदस्यों की उपस्थिति में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने तथा इसके प्रचार-प्रसार को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने बैठक में कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल किसानों के लिए लागत में कमी लाती है, बल्कि यह मृदा सुधार, जल संरक्षण तथा मानव स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। उन्होंने प्राकृतिक खेती को सतत् कृषि प्रणाली के रूप में अपनाने पर बल दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि चित्तौड़गढ़ जिले में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु 40 क्लस्टरों का चयन किया जाएगा। प्रत्येक क्लस्टर में 125 किसानों का चयन कर उन्हें प्राकृतिक खेती के तौर-तरीकों से अवगत कराया जाएगा। चयनित किसानों को नियमित रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि वे जैविक विधियों का सफलतापूर्वक उपयोग कर सकें।
ग्राम स्तर पर कृषि सखी की नियुक्ति- कृषि विभाग द्वारा प्रत्येक क्लस्टर में "कृषि सखी" की नियुक्ति की जाएगी, जो किसानों को प्राकृतिक खेती की तकनीकों, जैविक खाद निर्माण, बीज उपचार, कीट नियंत्रण आदि विषयों पर मार्गदर्शन देगी। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि इस योजना को मिशन मोड में क्रियान्वित किया जाए तथा समय-समय पर इसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से उत्पन्न उत्पादों की ब्रांडिंग और विपणन की दिशा में भी प्रयास किए जाएं, जिससे किसानों को उचित लाभ प्राप्त हो। बैठक में उप निदेशक कृषि दिनेश कुमार जगा, उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉक्टर शंकर लाल जाट, भूमि संरक्षण अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रतिनिधि सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं समिति सदस्य उपस्थित रहे।