
चूरू: कामगारों के हुनर को पहचान दे रही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में दस्तकारों को मिल रहा संबल, प्रदेश सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की कर रही समयबद्ध क्रियान्विति, पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्रशिक्षण, टूलकिट सहायता व ऋण से कारीगर बढ़ा रहे व्यवसाय
चूरू। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान के दस्तकारों के हुनर को पहचान मिल रही हैं, वहीं प्रदेश सरकार फ्लैगशिप योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्विति से दस्तकारों को संबल मिल रहा है। प्रदेश सरकार अपनी फ्लैगशिप योजना पीएम विश्वकर्मा योजना से प्रत्येक पात्र कारीगर को आवश्यक सहायता सुनिश्चित कर रही है। 18 श्रेणियों के दस्तकार होते हैं पात्र, ऐसे करें आवेदनप्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अन्तर्गत परम्परागत रूप से कार्य करने वाली 18 श्रेणियों के दस्तकार पात्र होते हैं। इन दस्तकारों में कारपेंटर, हैमर एवं टूलकिट मैकर, आर्मर, तालासाज, मूर्तिकार, सुनार, कुम्हार, चर्मकार, राजमिस्त्री, झाडू/चटाई/बास्केट मेकर, टॉय मेकर, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी आदि शामिल हैं। इन 18 श्रेणियों के दस्तकारों को कॉमन सर्विस सेन्टर (सीएससी) के माध्यम से आवेदन करना होता है। आवेदन हेतु आधार कार्ड, बैंक विवरण, राशन कार्ड आदि दस्तावेज आवश्यक है।
15 हजार के टूलकिट व प्रशिक्षण से कौशल संवर्धन, ऋण से व्यवसायिक उन्नयन
दस्तकारों के कौशल संवर्धन हेतु कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अधिकृत प्रशिक्षण केन्द्रों से 5-7 दिवस का प्रशिक्षण दिया जाता है एवं इस हेतु 500 रुपए प्रतिदिन स्टाईपेन्ड का भुगतान किया जाता है। साथ ही कार्य की सुगमता हेतु 15 हजार का टूलकिट भी उपलब्ध करवाया जाता है। व्यवसाय शुरू करने हेतु 5 प्रतिशत ब्याज दर पर पहली बार 01 लाख का ऋण उपलब्ध करवाया जाता है, जिसके उपरान्त 15 दिवस की एडवांस स्किल ट्रेनिंग उपलब्ध करवाई जाती है। इसके बाद व्यवसायिक उन्नयन की दूसरी कड़ी के रूप में 02 लाख रुपए का कॉलेटरल फ्री ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। राज्य सरकार की बजट घोषणा अनुसार योजना अन्तर्गत ऋणी को 2 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान भी दिए जाने का प्रावधान है।
जिले में 11879 दस्तकारों को मिला प्रशिक्षण, 2820 दस्तकारों का ऋण स्वीकृत
उद्योग महाप्रबंधक उजाला ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अन्तर्गत आदिनांक तक कुल 83 हजार 784 पंजीयन किए गए हैं, जिनमें से तृतीय स्तर से सत्यापन उपरान्त 13 हजार 767 दस्तकारों को प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। संख्या के आधार पर जयपुर के उपरान्त चूरू दूसरे स्थान पर है। इनमें से कुल 11 हजार 879 दस्तकरों को प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया गया है। प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने में चूरू जिला दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि योजना अन्तर्गत कुल 4 हजार 102 लोगों को विभिन्न ट्रेड में टूलकिट उपलब्ध करवाई गई है, जो जयपुर और दौसा के उपरान्त तीसरी सबसे अधिक है। उजाला ने बताया कि योजना अन्तर्गत प्रशिक्षण उपरान्त वित्तीय संस्थानों द्वारा कम ब्याज दर पर दस्तकारों को ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिले में वित्तीय संस्थानों द्वारा 2 हजार 820 लोगों को ऋण स्वीकृत किया गया है। स्वीकृत ऋणों में जिला जयपुर और अलवर के बाद तीसरे स्थान पर है। स्वीकृत ऋणों में से 2 हजार 706 दस्तकार/कामगारों को ऋण वितरित किया गया है। ऋण प्राप्त दस्तकारों को 2 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान के रूप में 2 लाख 04 हजार 472 रुपए का ब्याज अनुदान उपलब्ध करवाया गया है।
चूरू में ब्लॉकवार रही यह प्रगति
चूरू जिले के बीदासर ब्लॉक में 1792 सर्टिफिकेट जारी, 522 टूलकिट व 298 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। चूरू ब्लॉक में 1989 सर्टिफिकेट जारी, 469 टूलकिट व 346 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। राजगढ़ ब्लॉक में 2375 सर्टिफिकेट जारी, 770 टूलकिट व 420 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। रतनगढ़ ब्लॉक में 1628 सर्टिफिकेट जारी, 459 टूलकिट व 429 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। सरदारशहर ब्लॉक में 2289 सर्टिफिकेट जारी, 640 टूलकिट व 448 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। सुजानगढ़ ब्लॉक में 1936 सर्टिफिकेट जारी, 627 टूलकिट व 484 ऋण स्वीकृत किए गए हैं। तारानगर ब्लॉक में 1758 सर्टिफिकेट जारी, 615 टूलकिट व 395 ऋण स्वीकृत किए गए हैं।